EMRS General Hindi: समास परिभाषा, प्रकार और 100 उदाहरण, MCQs, PYQs
प्रकाशित: 15 जुलाई 2025 | लेखक: Gyanalay Team | अंतिम अपडेट: 15 जुलाई 2025
हिन्दी व्याकरण में समास एक महत्वपूर्ण और रोचक विषय है, जो न केवल भाषा की सुंदरता को बढ़ाता है बल्कि प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे EMRS (Eklavya Model Residential School), TGT PGT JSA Hostel Warden Lab Attendant Accountant और अन्य परीक्षाओं में भी अहम भूमिका निभाता है। इस ब्लॉग में हम समास की परिभाषा, प्रकार, 100 से अधिक उदाहरण, MCQs (बहुविकल्पीय प्रश्न), और PYQs (पिछले वर्षों के प्रश्न) को विस्तार से समझेंगे। यह लेख विशेष रूप से EMRS Teaching और Non Teaching की तैयारी करने वाले छात्रों के लिए उपयोगी है।
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Gyanalay आपके लिए हिंदी व्याकरण को सरल और रोचक बनाने का प्रयास करता है। आइए, समास की दुनिया में गोता लगाएं और इसे आसानी से समझें! (alert-success)
समास क्या है? (Samas Kya Hai)
समास का शाब्दिक अर्थ है संक्षेपण। यह हिंदी व्याकरण की वह प्रक्रिया है जिसमें दो या दो से अधिक शब्दों को मिलाकर एक नया, सार्थक शब्द बनाया जाता है। इस प्रक्रिया में शब्दों के बीच की विभक्तियाँ (जैसे का, के, की, में, से) हट जाती हैं, जिससे भाषा संक्षिप्त और प्रभावी हो जाती है। समास से बने शब्द को सामासिक शब्द या समस्तपद कहते हैं, और इन्हें अलग करने की प्रक्रिया को समास-विग्रह कहते हैं।
उदाहरण:
- रसोईघर = रसोई + घर (रसोई के लिए घर)
- गंगाजल = गंगा + जल (गंगा का जल)
समास हिंदी, संस्कृत, और अन्य भारतीय भाषाओं में व्यापक रूप से प्रयोग होता है। यह भाषा को संक्षिप्त, सुंदर और अर्थपूर्ण बनाता है। (alert-passed)
समास के प्रकार (Types of Samas)
हिंदी व्याकरण में समास को मुख्य रूप से छह प्रकार में बांटा गया है। प्रत्येक प्रकार की अपनी विशेषताएँ और नियम होते हैं। आइए इन्हें विस्तार से समझें:
1. अव्ययीभाव समास
इस समास में पहला पद (पूर्वपद) अव्यय होता है और वही प्रधान होता है। समस्त पद क्रिया-विशेषण या अव्यय के रूप में कार्य करता है।
उदाहरण:
- प्रतिदिन = प्रत्येक + दिन (हर दिन)
- यथाशक्ति = शक्ति + के अनुसार
- भरपेट = पेट + भरकर
2. तत्पुरुष समास
इसमें दूसरा पद (उत्तरपद) प्रधान होता है, और पूर्वपद गौण। दोनों पदों के बीच कारक चिह्न (का, के, की, से, में) का लोप होता है।
उदाहरण:
- देशभक्ति = देश + की भक्ति
- रामचरित = राम + का चरित
- माखनचोर = माखन + को चुराने वाला
तत्पुरुष समास के उप-भेद:
- कर्म तत्पुरुष: जैसे, रथचालक (रथ को चलाने वाला)
- करण तत्पुरुष: जैसे, स्वरचित (स्वयं द्वारा रचित)
- सम्प्रदान तत्पुरुष: जैसे, गुरुदक्षिणा (गुरु के लिए दक्षिणा)
- अपादान तत्पुरुष: जैसे, पापमुक्त (पाप से मुक्त)
- सम्बंध तत्पुरुष: जैसे, गंगाजल (गंगा का जल)
- अधिकरण तत्पुरुष: जैसे, जलमग्न (जल में मग्न)
- नञ् तत्पुरुष: जैसे, असभ्य (न सभ्य)
3. कर्मधारय समास
इस समास में दोनों पदों के बीच विशेषण-विशेष्य या उपमेय-उपमान का संबंध होता है।
उदाहरण:
- नीलकमल = नीला + कमल (नीला कमल)
- महापुरुष = महान + पुरुष (महान पुरुष)
- रक्तोत्पल = रक्त + उत्पल (रक्त जैसा उत्पल)
कर्मधारय समास के प्रकार:
- विशेषपूर्वपद: जैसे, नीलकमल
- विशेष्यपूर्वपद: जैसे, कुमारीश्रमणा (कुमारी + श्रमणा)
4. द्विगु समास
इसमें पहला पद संख्यावाचक होता है, और समस्त पद किसी समूह को दर्शाता है।
उदाहरण:
- नवरत्न = नौ + रत्न (नौ रत्नों का समूह)
- पंचतत्व = पाँच + तत्व (पाँच तत्वों का समूह)
5. द्वंद्व समास
इसमें दोनों पद समान रूप से प्रधान होते हैं, और समस्त पद दोनों का योग दर्शाता है।
उदाहरण:
- राम-श्याम = राम + और + श्याम
- यश-अपयश = यश + और + अपयश
6. बहुव्रीहि समास
इसमें दोनों पद मिलकर किसी तीसरे अर्थ को दर्शाते हैं, और दोनों ही पद गौण होते हैं।
उदाहरण:
- त्रिलोचन = तीन + लोचन (तीन आँखों वाला, शिव)
- दशमुख = दस + मुख (दस मुखों वाला, रावण)
समास के 100 उदाहरण (100 Examples of Samas)
यहाँ समास के विभिन्न प्रकारों के 100 उदाहरण दिए गए हैं, जो EMRS और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में उपयोगी होंगे।
अव्ययीभाव समास (20 उदाहरण)
- प्रतिदिन = प्रत्येक दिन
- यथाशक्ति = शक्ति के अनुसार
- भरपेट = पेट भरकर
- आजन्म = जन्म तक
- हररोज़ = प्रत्येक रोज़
- यथाक्रम = क्रम के अनुसार
- बेशक = शक के बिना
- निडर = डर के बिना
- निस्संदेह = संदेह के बिना
- प्रतिवर्ष = प्रत्येक वर्ष
- यथासमय = समय के अनुसार
- सदा सर्वदा = हमेशा के लिए
- बिन बुलाए = बुलाए बिना
- यथाविधि = विधि के अनुसार
- अनायास = बिना प्रयास
- प्रत्यक्ष = आँखों के सामने
- प्रति व्यक्ति = प्रत्येक व्यक्ति
- यथारुचि = रुचि के अनुसार
- बिन मोल = मोल के बिना
- यथास्थान = स्थान के अनुसार
तत्पुरुष समास (20 उदाहरण)
- देशभक्ति = देश की भक्ति
- गंगाजल = गंगा का जल
- माखनचोर = माखन को चुराने वाला
- रथचालक = रथ को चलाने वाला
- स्वरचित = स्वयं द्वारा रचित
- गुरुदक्षिणा = गुरु के लिए दक्षिणा
- पापमुक्त = पाप से मुक्त
- जलमग्न = जल में मग्न
- असभ्य = न सभ्य
- रामचरित = राम का चरित
- धर्मग्रंथ = धर्म का ग्रंथ
- तुलसीदासकृत = तुलसीदास द्वारा रचित
- सिरदर्द = सिर में दर्द
- सत्याग्रह = सत्य का आग्रह
- शोकाकुल = शोक से आकुल
- रोगमुक्त = रोग से मुक्त
- शपथपत्र = शपथ के लिए पत्र
- राजपुरुष = राजा का पुरुष
- धनलक्ष्मी = धन की लक्ष्मी
- युद्धक्षेत्र = युद्ध का क्षेत्र
कर्मधारय समास (20 उदाहरण)
- नीलकमल = नीला कमल
- महापुरुष = महान पुरुष
- रक्तोत्पल = रक्त जैसा उत्पल
- पीतांबर = पीला अंबर
- चन्द्रमुखी = चन्द्रमा जैसा मुख
- परमाणु = परम + अणु
- सदाशय = सदा + शय
- कमलनयन = कमल जैसा नयन
- रत्नगर्भ = रत्नों से भरा गर्भ
- गर्भरत्न = गर्भ में रत्न
- श्वेतहस्ती = श्वेत हस्ती
- नवयुवक = नया युवक
- प्रियदर्शन = प्रिय दर्शन
- सूर्यकांत = सूर्य जैसा कांत
- कुसुमाकर = कुसुम का आकर
- स्वर्णमयी = स्वर्ण की मयी
- मधुरवाणी = मधुर वाणी
- शीतलहर = शीतल हवा
- दीर्घकाय = दीर्घ काया
- सुंदरवन = सुंदर वन
द्विगु समास (15 उदाहरण)
- नवरत्न = नौ रत्न
- पंचतत्व = पाँच तत्व
- चौराहा = चार राह
- दुमाता = दो माताएँ
- दुसूती = दो सूत
- त्रिभुवन = तीन भुवन
- सप्ताह = सात दिन
- चतुर्भुज = चार भुजाएँ
- पंचप्रमाण = पाँच प्रमाण
- द्वीपसमूह = द्वीपों का समूह
- त्रिकोण = तीन कोण
- एकदंत = एक दांत
- शताब्दी = सौ वर्ष
- दशानन = दस आनन
- पंचवटी = पाँच वट
द्वंद्व समास (15 उदाहरण)
- राम-श्याम = राम और श्याम
- यश-अपयश = यश और अपयश
- दाल-रोटी = दाल और रोटी
- सेठ-साहूकार = सेठ और साहूकार
- पाप-पुण्य = पाप और पुण्य
- लाभ-हानि = लाभ और हानि
- सुख-दुख = सुख और दुख
- धर्म-अधर्म = धर्म और अधर्म
- दिन-रात = दिन और रात
- ऊँच-नीच = ऊँच और नीच
- राजा-रानी = राजा और रानी
- माता-पिता = माता और पिता
- जल-थल = जल और थल
- गंगा-यमुना = गंगा और यमुना
- जीवन-मरण = जीवन और मरण
बहुव्रीहि समास (10 उदाहरण)
- त्रिलोचन = तीन लोचन (शिव)
- दशमुख = दस मुख (रावण)
- चतुरानन = चार आनन (ब्रह्मा)
- विषधर = विष को धारण करने वाला (शिव)
- कमलनयन = कमल जैसे नयन (विष्णु)
- महादेव = महान देव
- एकदंत = एक दांत (गणेश)
- सुलोचन = सुंदर लोचन
- चक्रधर = चक्र को धारण करने वाला (विष्णु)
- शरणागत = शरण में आया हुआ
समास के MCQs (Multiple Choice Questions)
यहाँ EMRS और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए 10 महत्वपूर्ण MCQs दिए गए हैं:
- ‘प्रतिदिन’ में कौन सा समास है?
A) तत्पुरुष
B) अव्ययीभाव
C) कर्मधारय
D) द्विगु
उत्तर: B) अव्ययीभाव - ‘महापुरुष’ में कौन सा समास है?
A) द्वंद्व
B) कर्मधारय
C) तत्पुरुष
D) बहुव्रीहि
उत्तर: B) कर्मधारय - ‘राम-श्याम’ में कौन सा समास है?
A) तत्पुरुष
B) द्वंद्व
C) द्विगु
D) अव्ययीभाव
उत्तर: B) द्वंद्व - ‘गंगाजल’ में कौन सा समास है?
A) कर्मधारय
B) तत्पुरुष
C) बहुव्रीहि
D) अव्ययीभाव
उत्तर: B) तत्पुरुष - ‘त्रिलोचन’ में कौन सा समास है?
A) कर्मधारय
B) बहुव्रीहि
C) तत्पुरुष
D) द्विगु
उत्तर: B) बहुव्रीहि - ‘यथाशक्ति’ में कौन सा समास है?
A) अव्ययीभाव
B) तत्पुरुष
C) कर्मधारय
D) द्वंद्व
उत्तर: A) अव्ययीभाव - ‘नीलकमल’ में कौन सा समास है?
A) कर्मधारय
B) तत्पुरुष
C) द्विगु
D) बहुव्रीहि
उत्तर: A) कर्मधारय - ‘पंचतत्व’ में कौन सा समास है?
A) तत्पुरुष
B) कर्मधारय
C) द्विगु
D) अव्ययीभाव
उत्तर: C) द्विगु - ‘देशभक्ति’ में कौन सा समास है?
A) तत्पुरुष
B) कर्मधारय
C) द्वंद्व
D) बहुव्रीहि
उत्तर: A) तत्पुरुष - ‘चतुरानन’ में कौन सा समास है?
A) कर्मधारय
B) बहुव्रीहि
C) तत्पुरुष
D) द्विगु
उत्तर: B) बहुव्रीहि
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PYQs (Previous Year Questions)
यहाँ कुछ पिछले वर्षों के EMRS और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के समास से संबंधित प्रश्न दिए गए हैं:
- ‘सरसिज’ में कौन सा समास है? (Rajasthan Gram Sevak 2010)
A) बहुव्रीहि
B) संप्रदान तत्पुरुष
C) संबंध तत्पुरुष
D) अलुक तत्पुरुष
उत्तर: D) अलुक तत्पुरुष - ‘पुस्तकालय’ का सही समास-विग्रह कौन सा है? (RTET L-I 2011)
A) पुस्तक और आलय
B) पुस्तकों का आलय
C) पुस्तक के लिए आलय
D) पुस्तकों का स्थान
उत्तर: B) पुस्तकों का आलय - ‘आजन्म’ में कौन सा समास है? (RSMSSB LDC 2018)
A) नञ् तत्पुरुष
B) अव्ययीभाव
C) कर्मधारय
D) द्वंद्व
उत्तर: B) अव्ययीभाव - ‘मेघाच्छादित’ में कौन सा समास है? (RSMSSB LDC 2018)
A) अपादान तत्पुरुष
B) संप्रदान तत्पुरुष
C) कर्म तत्पुरुष
D) करण तत्पुरुष
उत्तर: D) करण तत्पुरुष - ‘यश-अपयश’ में कौन सा समास है? (Rajasthan B.Ed. 2002)
A) द्वंद्व
B) तत्पुरुष
C) कर्मधारय
D) बहुव्रीहि
उत्तर: A) द्वंद्व
समास क्यों महत्वपूर्ण है?
समास हिंदी व्याकरण का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो भाषा को संक्षिप्त और प्रभावी बनाता है। EMRS Teaching और Non Teaching परीक्षाओं में समास से संबंधित प्रश्न नियमित रूप से पूछे जाते हैं। यह न केवल व्याकरण की समझ को बढ़ाता है बल्कि भाषा के सौंदर्य और अर्थ को गहराई से समझने में भी मदद करता है। समास के विभिन्न प्रकारों और उनके उदाहरणों को समझने से आप न केवल परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं बल्कि हिंदी भाषा का बेहतर उपयोग भी कर सकते हैं।
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FAQs (Frequently Asked Questions)
1. समास क्या होता है?
समास हिंदी व्याकरण की वह प्रक्रिया है जिसमें दो या दो से अधिक शब्दों को मिलाकर एक नया सार्थक शब्द बनाया जाता है, और उनके बीच की विभक्तियों का लोप हो जाता है।
2. समास के कितने प्रकार हैं?
समास के मुख्य रूप से छह प्रकार हैं: अव्ययीभाव, तत्पुरुष, कर्मधारय, द्विगु, द्वंद्व, और बहुव्रीहि।
3. EMRS परीक्षा में समास से कितने प्रश्न पूछे जाते हैं?
EMRS TGT और PGT परीक्षाओं में सामान्य हिंदी के अंतर्गत समास से 2-5 प्रश्न पूछे जा सकते हैं, जो MCQs या समास-विग्रह के रूप में हो सकते हैं।
4. समास और संधि में क्या अंतर है?
संधि में दो वर्णों या ध्वनियों का मेल होता है, जबकि समास में दो या अधिक शब्दों का मेल होता है, जिसमें विभक्तियों का लोप हो जाता है।
5. समास का अध्ययन कैसे करें?
समास के प्रकारों को समझें, उनके उदाहरणों का अभ्यास करें, और MCQs व PYQs को हल करें। Gyanalay के नोट्स और क्विज़ आपकी मदद कर सकते हैं।
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निष्कर्ष
समास हिंदी व्याकरण का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो EMRS TGT PGT JSA Lab Attendant और Hostel Warden जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इस लेख में हमने समास की परिभाषा, प्रकार, 100 उदाहरण, MCQs, और PYQs को विस्तार से कवर किया है। Gyanalay आपके लिए हिंदी व्याकरण और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी को आसान बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
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