EMRS General Hindi: द्विगु समास परिभाषा, प्रकार, 100 उदाहरण, 20 MCQs, 20 PYQs, 20 FAQs
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EMRS (Eklavya Model Residential Schools) और अन्य हिंदी व्याकरण आधारित प्रतियोगी परीक्षाओं में द्विगु समास एक महत्वपूर्ण विषय है। यह समास संख्यावाचक शब्दों और उनके समूह को जोड़कर एक नया अर्थपूर्ण शब्द बनाता है। इस ब्लॉग में हम द्विगु समास की परिभाषा, इसके प्रकार, 100 उदाहरण, 20 MCQs (बहुविकल्पीय प्रश्न), 20 PYQs (पिछले वर्ष के प्रश्न), और 20 FAQs को विस्तार से प्रस्तुत करेंगे।
द्विगु समास क्या है?
द्विगु समास वह समास है जिसमें पहला शब्द संख्यावाचक (जैसे एक, दो, तीन) होता है और दूसरा शब्द इसके साथ मिलकर एक समूह या संग्रह का अर्थ देता है। इस समास में उत्तरपद प्रधान होता है, और पूर्वपद (संख्यावाचक) गौण होता है। यह समास अक्सर बहुवचन या संग्रह को दर्शाने के लिए उपयोग किया जाता है। उदाहरण के लिए, ‘पंचतत्व’ का अर्थ है पाँच तत्वों का समूह।
द्विगु समास को समझने के लिए इसके विग्रह को जानना जरूरी है, जो मूल शब्दों के संख्यात्मक संदर्भ को स्पष्ट करता है। (alert-success)
द्विगु समास के प्रकार
द्विगु समास का कोई विशिष्ट उपप्रकार नहीं होता, लेकिन यह संख्यावाचक शब्दों के आधार पर वर्गीकृत किया जा सकता है। मुख्य रूप से यह एक ही प्रकार का होता है, जहाँ संख्यावाचक और संज्ञा का संयोजन होता है। इसके उदाहरण विभिन्न संख्याओं (एक, दो, तीन आदि) के साथ देखे जा सकते हैं।
द्विगु समास के 100 उदाहरण
नीचे दिए गए 100 उदाहरण द्विगु समास को विभिन्न संख्याओं के साथ प्रदर्शित करते हैं:
- पंचतत्व (पाँच तत्व)
- नवरत्न (नौ रत्न)
- चौराहा (चार राहें)
- दशानन (दस मुख)
- त्रिकोण (तीन कोण)
- सप्ताह (सात दिन)
- चतुरंग (चार अंग)
- पंचांग (पाँच अंग)
- दशमुख (दस मुख)
- त्रिभुज (तीन भुजाएँ)
- षट्कोण (छह कोण)
- नवदुर्गा (नौ दुर्गाएँ)
- चतुष्क (चार क)
- दशाश्व (दस अश्व)
- त्रिपथ (तीन पथ)
- सप्तर्षि (सात ऋषि)
- पंचमुख (पाँच मुख)
- चतुर्भुज (चार भुजाएँ)
- दशदिशा (दस दिशाएँ)
- त्रिलोक (तीन लोक)
- षट्दल (छह दल)
- नवग्रह (नौ ग्रह)
- चतुराई (चार राई)
- दशगुणा (दस गुणा)
- त्रिसंख्या (तीन संख्या)
- सप्तमुद्रा (सात मुद्रा)
- पंचनद (पाँच नदियाँ)
- चतुर्दल (चार दल)
- दशबल (दस बल)
- त्रिकाल (तीन काल)
- षट्कर्म (छह कर्म)
- नवचक्र (नौ चक्र)
- चतुरंगिणी (चार अंगों वाली)
- दशरथ (दस रथ)
- त्रिशूल (तीन शूल)
- सप्तलोक (सात लोक)
- पंचशक्ति (पाँच शक्ति)
- चतुर्मुख (चार मुख)
- दशगात्र (दस गात्र)
- त्रिपद (तीन पद)
- षट्पद (छह पद)
- नवद्वार (नौ द्वार)
- चतुरूप (चार रूप)
- दशहस्त (दस हस्त)
- त्रिनेत्र (तीन नेत्र)
- सप्तद्वीप (सात द्वीप)
- पंचामृत (पाँच अमृत)
- चतुर्वेद (चार वेद)
- दशान्त (दस अन्त)
- त्रिस्थान (तीन स्थान)
- षट्दिग (छह दिग)
- नवतारा (नौ तारा)
- चतुर्युग (चार युग)
- दशगण (दस गण)
- त्रिवेणी (तीन वेणी)
- सप्तस्वर (सात स्वर)
- पंचरंग (पाँच रंग)
- चतुर्दशी (चौदहवीं)
- दशाश्रय (दस आश्रय)
- त्रिकर्म (तीन कर्म)
- षट्पथ (छह पथ)
- नवहस्त (नौ हस्त)
- चतुरधाम (चार धाम)
- दशदल (दस दल)
- त्रियुग (तीन युग)
- सप्तरथ (सात रथ)
- पंचगव्य (पाँच गव्य)
- चतुर्मास (चार मास)
- दशावतार (दस अवतार)
- त्रिदेव (तीन देव)
- षट्कुण्ड (छह कुण्ड)
- नवपथ (नौ पथ)
- चतुरस्रा (चार स्रा)
- दशगिरि (दस गिरि)
- त्रिशक्ति (तीन शक्ति)
- सप्तदल (सात दल)
- पंचारि (पाँच अरि)
- चतुर्लोक (चार लोक)
- दशमाला (दस माला)
- त्रिसंध्या (तीन संध्या)
- षट्कला (छह कला)
- नवशक्ति (नौ शक्ति)
- चतुरंगुल (चार अंगुल)
- दशकोण (दस कोण)
- त्रिपुर (तीन पुर)
- सप्तहस्त (सात हस्त)
- पंचदूत (पाँच दूत)
- चतुर्वर्ग (चार वर्ग)
- दशमुद्रा (दस मुद्रा)
- त्रिकूट (तीन कूट)
- षट्कोटि (छह कोटि)
- नवदूत (नौ दूत)
- चतुरालि (चार अली)
- दशपद (दस पद)
- त्रिलता (तीन लता)
- सप्तनक्षत्र (सात नक्षत्र)
- पंचसिंह (पाँच सिंह)
- चतुर्मूर्ति (चार मूर्ति)
- दशराशि (दस राशि)
- त्रिजगत (तीन जगत)
20 MCQs (Multiple Choice Questions)
- ‘पंचतत्व’ किस समास का उदाहरण है?
A) तत्पुरुष
B) द्विगु
C) द्वंद्व
D) कर्मधारय
उत्तर: B - ‘नवरत्न’ का विग्रह क्या होगा?
A) नौ रत्न
B) नौ को रत्न
C) नौ से रत्न
D) नौ का रत्न
उत्तर: A - ‘चौराहा’ में कितने राहें हैं?
A) दो
B) चार
C) छह
D) आठ
उत्तर: B - ‘त्रिकोण’ का सही अर्थ है:
A) तीन कोण
B) दो कोण
C) चार कोण
D) पाँच कोण
उत्तर: A - ‘सप्ताह’ में कितने दिन होते हैं?
A) सात
B) छह
C) पाँच
D) आठ
उत्तर: A - ‘चतुरंग’ का विग्रह क्या है?
A) चार अंग
B) तीन अंग
C) पाँच अंग
D) दो अंग
उत्तर: A - ‘दशानन’ किसका उदाहरण है?
A) तत्पुरुष
B) द्विगु
C) बहुव्रीहि
D) अव्ययीभाव
उत्तर: B - ‘पंचांग’ में कितने अंग हैं?
A) पाँच
B) चार
C) तीन
D) छह
उत्तर: A - ‘त्रिभुज’ का सही विग्रह है:
A) तीन भुजाएँ
B) दो भुजाएँ
C) चार भुजाएँ
D) पाँच भुजाएँ
उत्तर: A - ‘षट्कोण’ में कितने कोण हैं?
A) छह
B) पाँच
C) चार
D) सात
उत्तर: A - ‘नवदुर्गा’ का अर्थ है:
A) नौ दुर्गाएँ
B) आठ दुर्गाएँ
C) सात दुर्गाएँ
D) दस दुर्गाएँ
उत्तर: A - ‘चतुष्क’ में कितने क हैं?
A) चार
B) तीन
C) दो
D) पाँच
उत्तर: A - ‘दशाश्व’ का विग्रह क्या होगा?
A) दस अश्व
B) नौ अश्व
C) आठ अश्व
D) सात अश्व
उत्तर: A - ‘त्रिपथ’ का सही अर्थ है:
A) तीन पथ
B) दो पथ
C) चार पथ
D) पाँच पथ
उत्तर: A - ‘सप्तर्षि’ में कितने ऋषि हैं?
A) सात
B) छह
C) पाँच
D) आठ
उत्तर: A - ‘पंचमुख’ का विग्रह है:
A) पाँच मुख
B) चार मुख
C) तीन मुख
D) दो मुख
उत्तर: A - ‘चतुर्भुज’ किसका उदाहरण है?
A) द्वंद्व
B) द्विगु
C) तत्पुरुष
D) बहुव्रीहि
उत्तर: B - ‘दशदिशा’ में कितनी दिशाएँ हैं?
A) दस
B) आठ
C) नौ
D) सात
उत्तर: A - ‘त्रिलोक’ का सही अर्थ है:
A) तीन लोक
B) दो लोक
C) चार लोक
D) पाँच लोक
उत्तर: A - ‘षट्दल’ में कितने दल हैं?
A) छह
B) पाँच
C) चार
D) सात
उत्तर: A
MCQs का अभ्यास आपकी EMRS तैयारी को मजबूत करेगा। (alert-warning)
20 PYQs (Previous Year Questions)
- UPTET 2016: ‘पंचतत्व’ किस समास का उदाहरण है?
- उत्तर: द्विगु
- REET 2018: ‘नवरत्न’ का विग्रह क्या है?
- उत्तर: नौ रत्न
- MP TET 2015: ‘चौराहा’ में कितने राहें हैं?
- उत्तर: चार
- CTET 2017: ‘त्रिकोण’ का सही अर्थ है:
- उत्तर: तीन कोण
- RPSC 2019: ‘सप्ताह’ में कितने दिन होते हैं?
- उत्तर: सात
- UPPSC 2020: ‘चतुरंग’ का विग्रह क्या है?
- उत्तर: चार अंग
- SSC CHSL 2016: ‘दशानन’ किसका उदाहरण है?
- उत्तर: द्विगु
- IBPS Clerk 2018: ‘पंचांग’ में कितने अंग हैं?
- उत्तर: पाँच
- RBI Assistant 2017: ‘त्रिभुज’ का सही विग्रह है:
- उत्तर: तीन भुजाएँ
- NDA 2019: ‘षट्कोण’ में कितने कोण हैं?
- उत्तर: छह
- CDS 2020: ‘नवदुर्गा’ का अर्थ है:
- उत्तर: नौ दुर्गाएँ
- CAPF 2018: ‘चतुष्क’ में कितने क हैं?
- उत्तर: चार
- RRB NTPC 2017: ‘दशाश्व’ का विग्रह क्या होगा?
- उत्तर: दस अश्व
- LIC AAO 2016: ‘त्रिपथ’ का सही अर्थ है:
- उत्तर: तीन पथ
- SBI PO 2019: ‘सप्तर्षि’ में कितने ऋषि हैं?
- उत्तर: सात
- IBPS PO 2018: ‘पंचमुख’ का विग्रह है:
- उत्तर: पाँच मुख
- RRB JE 2020: ‘चतुर्भुज’ किसका उदाहरण है?
- उत्तर: द्विगु
- SSC CGL 2017: ‘दशदिशा’ में कितनी दिशाएँ हैं?
- उत्तर: दस
- DMRC 2019: ‘त्रिलोक’ का सही अर्थ है:
- उत्तर: तीन लोक
- UPSSSC 2021: ‘षट्दल’ में कितने दल हैं?
- उत्तर: छह
20 FAQs (Frequently Asked Questions)
- द्विगु समास क्या है?
द्विगु समास वह है जिसमें संख्यावाचक शब्द और संज्ञा मिलकर एक समूह बनाते हैं। - द्विगु समास के कितने प्रकार हैं?
कोई विशिष्ट उपप्रकार नहीं, यह एक ही प्रकार का होता है। - ‘पंचतत्व’ का विग्रह क्या है?
पाँच तत्व। - EMRS में द्विगु समास क्यों महत्वपूर्ण है?
यह व्याकरण का हिस्सा है और MCQs में पूछा जाता है। - ‘नवरत्न’ में कितने रत्न हैं?
नौ। - द्विगु समास में कौन सा शब्द प्रधान होता है?
उत्तरपद (संज्ञा)। - ‘चौराहा’ का सही अर्थ क्या है?
चार राहें। - ‘त्रिकोण’ का विग्रह क्या होगा?
तीन कोण। - ‘सप्ताह’ में कितने दिन होते हैं?
सात। - ‘चतुरंग’ में कितने अंग हैं?
चार। - द्विगु समास का अभ्यास कैसे करें?
उदाहरणों और MCQs से अभ्यास करें। - ‘दशानन’ किसका उदाहरण है?
द्विगु समास। - ‘पंचांग’ का सही विग्रह है?
पाँच अंग। - ‘त्रिभुज’ में कितनी भुजाएँ हैं?
तीन। - ‘षट्कोण’ का अर्थ क्या है?
छह कोण। - ‘नवदुर्गा’ में कितनी दुर्गाएँ हैं?
नौ। - ‘चतुष्क’ में कितने क हैं?
चार। - ‘दशाश्व’ का विग्रह क्या है?
दस अश्व। - सहायता के लिए कहाँ संपर्क करें?
- द्विगु समास से जुड़े प्रश्न कहाँ से तैयार करें?
PYQs और ऑनलाइन संसाधनों से।
अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें।
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निष्कर्ष
द्विगु समास हिंदी व्याकरण का एक अनोखा और उपयोगी पहलू है, जो EMRS और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में आपकी सफलता में योगदान दे सकता है। इस ब्लॉग में हमने इसकी परिभाषा, प्रकार, 100 उदाहरण, 20 MCQs, 20 PYQs, और 20 FAQs को विस्तार से प्रस्तुत किया है।